देश के कुछ राज्यों में कोरोना के नए मामलों में लगातार बढ़ोतरी से केन्द्र सरकार की चिंताएं बढ़ा दी है। इस संबंध में अब केन्द्र सरकार ने सभी राज्यों को सीरो सर्वे करने की सलाह दी है। जिससे पता चल सके की राज्यों में अभी तक कितने लोगों में एंटीबॉडी बन चुके हैं। आईसीएमआर की रिपोर्ट के अनुसार देश के कई राज्यों में अब भी अच्छी जनसंख्या कोरोना संक्रमण से बचे हुए लोगों की है।
केन्द्र सरकार ने सभी राज्यों को कहा है कि वे कोरोना संक्रमण को लेकर सीरो सर्वे करवाएं और नतीजों को लेकर कोरोना की रोकथाम के लिए उचित उपाय करें। इसके लिए राज्य आईसीएमआर से परामर्श ले सकते हैं।
ज्यादा केस वालों राज्यों का किया गया था सीरो सर्वे
वहीं हाल ही में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में चौथी बार सीरो सर्वे करवाया, जिसके नतीजे में 67 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी पाई गई। आईसीएमआर ने देश के 22 राज्यों के 70 जिलों में सीरो सर्वे करवाया था। इस सीरो सर्वे के अनुसार मध्यप्रदेश में 79 प्रतिशत लोगों कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, राजस्थान 76 प्रतिशत लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। केरल में यह आंकड़ा अब भी 44.4 प्रतिशत है। महाराष्ट्र में 58 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी पाए गए। चूंकि यह सीरो सर्वे राज्य के सभी जिलों में नहीं करवाया गया है, इसलिए केन्द्र सरकार चाहती है कि राज्य में सीरो सर्वे रिपोर्ट के अनुसार कोरोना प्रबंधन के लिए बेहतर उपाय सुनिश्चित करें।
क्या है सीरो सर्वे?
जब शरीर में वायरस का संक्रमण होता है, तो कई बार बिना किसी दवा, इलाज के ठीक हो जाता है। इसकी वजह मनुष्य के शरीर की वो प्रकृति है, जो बीमारियों का इलाज खुद ढूंढ लेती है। जैसे इन दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण होने पर कई लोग खुद ही ठीक हो जाते हैं। इसमें शरीर में अपने आप एक प्रोटीन बनता है, जो उसके वायरस के नष्ट करता है। ऐसे में जब हम सीरो सर्वे टेस्ट करते हैं, तो पता करते है कि कोविड से जो प्रोटीन बचाता है, वह व्यक्ति में बन चुका है या नहीं। यानि अगर प्रोटीन पाया गया, तो इसका मतलब व्यक्ति संक्रमण से हो चुका है।
एक दूसरे से लोग हो रहे संक्रमित
वहीं कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति पर लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉ. अनुपम प्रकाश कहते हैं कि आज के समय में सभी के दिमाग में यही चल रहा है कि कोरोना खत्म हो रहा है। यहां समझने की जरूरत है कि जो पीक था वो खत्म हो गया है और केस स्थिर हो गए हैं। इसके अलावा, जिन राज्यों में केस कम हो गए हैं, वहां भी संक्रमण हो रहा है। हर रोज 10 केस भी आ रहे हैं, तो जाहिर है कि लोग एक दूसरे से संक्रमित हो रहे हैं। इसे हमें पूरी तरह से खत्म करना है। इसलिए लापरवाही बिल्कुल नहीं करनी है। अगर लोग एकदम से निश्चिंत हो जाएंगे तो संक्रमण की रफ्तार तेज हो जाएगी।