देश में कोरोना के नए केस में स्थिरता देखी जा रही है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश के कुछ राज्य अभी भी ऐसे हैं जहां केस बढ़ने लगे हैं। ऐसे में संभावित तीसरी लहर से पहले राज्य अपनी तैयारियों में लगे हैं, ताकि समय पर सभी को स्वास्थ्य सुविधा मिल सके।
यूपी में तैयारियों ने पकड़ी रफ्तार
इसी के तहत उत्तर प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। विशेषज्ञ कोरोना की तीसरी लहर को बच्चों के लिए खतरनाक बता रहे हैं। ऐसे में बच्चों को बेहतर इलाज देने के लिए राज्य सरकार हर जिले में स्थित मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक इंसेंटिव केयर यूनिट पीकू व न्यूमेटिक इंसेंटिव केयर यूनिट नीकू तैयार करा रही है।
6,700 पीकू व नीकू बेड हो रहे तैयार
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि 15 अगस्त तक प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में 6,700 पीकू व नीकू बेड तैयार हो जाएंगे जबकि 6500 बेड तैयार किए जा चुके हैं। इसके अलावा सर्विलांस टीम को और मजबूत करने का काम किया जा रहा है।
बेडों पर वेंटिलेटर की व्यवस्था
प्रवक्ता के अनुसार प्रदेश सरकार कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए बच्चों के लिए खास तरह के पीडियाट्रिक आईसीयू तैयार करा रही है। इनमें बच्चों के लिए बेहतर इलाज की व्यवस्था कराई गई है। सभी बेडों पर वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में अभी तक 6,500 पीकू बैड तैयार हो चुके हैं। अस्पतालों में बच्चों के लिए बनाए जा रहे वार्डों में घर जैसा माहौल देने के लिये अंदर की दीवारों पर कार्टून कैरेक्टर बनाए जा रहे हैं। बच्चों के लिए खिलौने, ड्राइंग बुक्स आदि की व्यवस्था की गई है।
बच्चों की 35 लाख किट हुई डिस्पैच
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार 72 हजार से अधिक निगरानी समितियों के माध्यम से 18 साल से कम उम्र तक के किशोरों को दवा किट का वितरण कर रही है। सरकार की ओर से अब तक 35 लाख दवा किटो का वितरण किया जा चुका है। यह दवा किट निगरानी समितियों के माध्यम से 18 साल से कम उम्र के कोरोना लक्षण युक्त बच्चों को दी जा रही है। दवा के लिए चार वर्गों में (0-1 वर्ष, 1-5 वर्ष, 5-12 वर्ष तथा 12-18 वर्ष ) में बांटकर किट तैयार की गई है।
किट में क्या-क्या है?
उन्होंने बताया कि एक साल तक के बच्चों के लिए पैरासिटामोल ड्रॉप, मल्टीविटामिन ड्राप और ओआरएस का पैकेट, एक से पांच वर्ष वाले बच्चे की किट में पैरासिटामोल सीरप, मल्टीविटामिन सिरप और ओआरएस पैकेट रहेगा। पांच से 12 साल की उम्र वालों के लिए पैरासिटामोल, मल्टी विटामिन, टेबलेट, ओआरएस पैकेट के साथ आइवरमेक्टिन छह मिलीग्राम भी दी जाएगी। इसे तीन दिन लेना होगा।
548 ऑक्सीजन प्लांट में 239 शुरू
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार प्रदेश सरकार की ओर से डाक्टरों व पैरामेडिकल स्टॉफ को कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। सरकार अब तक 4600 डाक्टरों को विशेष ट्रेनिंग दी जा चुकी है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेजों में तैनात 8,653 पैरा मेडिकल स्टॉफ इसमें वार्ड ब्वॉय, नर्स, तकनीशियन आदि की स्किल डेवलपमेंट का काम किया जा रहा है। वहीं, प्रदेश में तीसरी लहर को देखते हुए 548 ऑक्सीजन प्लांट भी बनवाए जा रहे हैं। इसमें से 239 ऑक्सीजन प्लांट चालू भी हो चुके हैं।
(इनपुट-हिन्दुस्थान समाचार)