स्वस्थ भारत, सशक्त भारत की दिशा में उज्ज्वला योजना एक मिल का पत्थर साबित हुई है। उज्ज्वला योजना की सफलता के बाद अब इसके दूसरे चरण की शुरुआत होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को “प्रधानमंत्री उज्जवला योजना” (पीएमयूवाई) के दूसरे चरण का शुभारंभ करेंगे। खास बात ये है कि इसमें मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन के लिए प्रवासियों को राशन कार्ड या एड्रेस प्रूफ जमा करने की जरूरत नहीं होगी। पीएमयूवाई के पहले चरण (2016 से 2019) में सरकार ने 8 करोड़ परिवारों को एलपीजी कनेक्शन मुहैया कराए थे।
पीएम मोदी उज्ज्वला लाभार्थियों से करेंगे बातचीत
पीएम मोदी 10 अगस्त को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश के महोबा में एलपीजी कनेक्शन सौंपकर उज्जवला 2.0 (पीएमयूवाई) का शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी उज्ज्वला के लाभार्थियों से बातचीत करेंगे और राष्ट्र को संबोधित भी करेंगे।
उज्जवला 2.0 में बचे हुए प्रवासी होंगे शामिल
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2021-22 के केंद्रीय बजट में पीएमयूवाई योजना के तहत एक करोड़ अतिरिक्त एलपीजी कनेक्शन के प्रावधान की घोषणा की थी। इन एक करोड़ अतिरिक्त पीएमयूवाई कनेक्शन (उज्जवला 2.0 के तहत) का उद्देश्य उन कम आय वाले परिवारों को जमा-मुक्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान करना है, जिन्हें पीएमयूवाई के पहले चरण के तहत कवर नहीं किया जा सकता था।
उज्जवला 2.0 में पहला सिलेंडर मिलेगा भार हुआ
जमा मुक्त एलपीजी कनेक्शन के साथ, उज्जवला 2.0 लाभार्थियों को गैस कनेक्शन के साथ-साथ स्टोव और पहली बार भरा हुआ सिलेंडर भी फ्री मिलेगा। साथ ही, नामांकन प्रक्रिया के लिए न्यूनतम कागजी कार्रवाई होगी। उज्जवला 2.0 में प्रवासियों को राशन कार्ड या एड्रेस प्रूफ जमा करने की जरूरत नहीं होगी। ‘पारिवारिक घोषणा’ और ‘निवास के प्रमाण’ दोनों के लिए एक स्व-घोषणा पर्याप्त होगी। उज्ज्वला 2.0 के तहत केंद्र सरकार इस वित्तीय वर्ष में लगभग एक करोड़ गैस कनेक्शन गरीबों को मुफ्त में बांटेगी।
1 मई 2016 को हुई थी पहले चरण की शुरुआत
बता दें कि “स्वच्छ ईंधन, बेहतर जीवन” के नारे के साथ केंद्र सरकार नें 1 मई 2016 को “प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना” (पीएमयूवाई) के पहले चरण का शुभारंभ किया था। योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन बिताने वाले (बीपीएल) परिवारों की 5 करोड़ महिला सदस्यों को रियायती एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था।
8 करोड़ परिवारों तक पहुंचा उज्ज्वला के तहत कनेक्शन
अप्रैल 2018 में योजना का विस्तार करते हुए इसमें सात और श्रेणियों (एससी/एसटी, पीएमएवाई, एएवाई, सबसे पिछड़ा वर्ग, चाय बागान, वनवासी, द्वीप समूह) से महिला लाभार्थियों को शामिल किया गया। साथ ही, लक्ष्य को संशोधित कर 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन कर दिया गया। यह लक्ष्य पूर्व निर्धारित तिथि से सात महीने पहले ही अगस्त 2019 में हासिल कर लिया गया।
लॉकडाउन में लोगों को मिला नि:शुल्क सिलेंडर
गौरतलब हो कि कोरोना से हुए लॉकडाउन में भी उज्ज्वला योजना देश के कई परिवार के लिए मदद बन कर आई। लॉकडाउन में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को भी शामिल किया और योजना के तहत आने वाले लोगों को तीन महीने तक मुफ्त रसोई गैस दी गई। सरकार ने प्रति लाभार्थियों के खाते में घरेलू गैस सिलेंडर के लिए 753 रुपये भेजे गए, जिसकी मदद से लाभार्थियों ने गैस सिलेंडर लिए।