कोरोना की दूसरी लहर ने जब लोगों की सांसों की रफ्तार रोकनी चाही, तो भारतीय रेलवे के ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने संजीवनी भर कर दिन-रात अपनी सेवाएं देनी शुरू कर दी, जिसकी वजह से अनगिनत लोगों को नया जीवनदान मिला। आज कोरोना की रफ्तार धीमी है और लोग राहत की सांस ले पा रहा है। लेकिन फिर भी ऑक्सीजन एक्सप्रेस अनथक अपनी जिम्मेदारी को निभा रही है। सांसो की संजीवनी लेकर अब ऑक्सीजन एक्सप्रेस पड़ोसी बांग्लादेश के लिए रवाना हो चुकी है।
तीसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस को बांग्लादेश रवाना
दरअसल, भारतीय रेलवे कोविड-19 महामारी के बीच पड़ोसी देश बांग्लादेश को चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति कर मदद पहुंचाने में जुटा हुआ है। इसी कड़ी में रेलवे ने शुक्रवार को तीसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस को बांग्लादेश के लिए रवाना किया।
बांग्लादेश के लिए 200 मीट्रिक टन एलएमओ
रेल मंत्रालय ने बताया कि दक्षिण पूर्व रेलवे के अंतर्गत चक्रधरपुर डिवीजन में टाटानगर से 10 कंटेनरों में 200 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस बांग्लादेश के बेनापोल के लिए रवाना हुई।
पहले दो ऑक्सीजन एक्सप्रेस हो चुकी हैं रवाना
रेलवे की ओर से पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस को 24 और दूसरी ट्रेन को 27 जुलाई को बांग्लादेश के लिए भेजा गया था। दोनों ही ट्रेनों में 10-10 कंटेनरों में 200-200 टन ऑक्सीजन थी। यह पहला मौका है जब ऑक्सीजन एक्सप्रेस को पड़ोसी देश में भेजा गया है।
गौरतलब हो कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बीच देशभर में ऑक्सीजन की कमी को लेकर संकट खड़ा हो गया था। ऐसे में भारतीय रेलवे ने 24 अप्रैल को मेडिकल ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले राज्यों को राहत देने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस का परिचालन शुरू किया था। रेलवे द्वारा ऑक्सीजन अभियान के तहत उस समय 35000 मीट्रिक टन से अधिक एमएलओ को 15 राज्यों में पहुंचाया गया। लगभग 480 ऑक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन किया गया था।