रक्षामंत्री ने किया डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज 5.0 का शुभारंभ
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को भारत की रक्षा प्रौद्योगिकियों, विनिर्माण क्षमताओं को विकसित करने के लिए और उपकरण डिजाइन समेत स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र का लाभ उठाने के लिए शुरू किये गए डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज 5 का शुभारंभ किया। इस दौरान रक्षामंत्री ने कहा कि जिस समय हमारा देश अपनी स्वाधीनता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है, उस समय हम स्वदेशी तकनीकों और innovation को समर्पित ‘DISC-5’ की लॉन्चिंग कर, हम रक्षा क्षेत्र में स्वाधीनता की ओर एक और कदम आगे बढ़ा रहे हैं।
जिस समय हमारा देश अपनी स्वाधीनता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है, उस समय स्वदेशी तकनीकों और innovation को समर्पित ‘DISC-5’ की launching कर, हम रक्षा क्षेत्र में स्वाधीनता की ओर एक और कदम आगे बढ़ा रहे हैं: रक्षा मंत्री @rajnathsingh
— प्रसार भारती न्यूज सर्विसेज (@PBNS_Hindi) August 19, 2021
तेजी से बदल रहा वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य
रक्षा मंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया का सुरक्षा परिदृश्य बड़ी तेजी से बदल रहा है। इसकी वजह से हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियाँ बढ़ भी रही हैं और जटिल भी होती जा रही है। विश्व की भू-राजनैतिक परिस्थितियों में लगातार परिवर्तन आ रहे हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि हम न केवल मजबूत, आधुनिक और सुसज्जित सेनाएं तैयार करें, बल्कि साथ ही अपनी रक्षा इंडस्ट्री को भी तैयार करें, जो उतनी ही मजबूत, सक्षम और सबसे महत्वपूर्ण, पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो।
यह आवश्यक है कि हम न केवल मजबूत, आधुनिक और सुसज्जित सेनाएं तैयार करें, बल्कि साथ ही अपनी defence industry भी तैयार करें, जो उतनी ही मजबूत, capable, और सबसे महत्वपूर्ण, पूरी तरह ‘आत्मनिर्भर’ हो: रक्षा मंत्री @rajnathsingh
— प्रसार भारती न्यूज सर्विसेज (@PBNS_Hindi) August 19, 2021
देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे देश में न ही प्रतिभा की कमी है, न ही प्रतिभा की मांग की कमी है। लेकिन, किसी मंच के अभाव में इन दोनों का ही मिलान नहीं हो पाता था। ‘iDEX’ platform इस कमी को पूरा करने में बहुत हद तक सफल हुआ है। iDEX हमें एक ऐसा मंच देता है, जहाँ सरकार, सर्विसेज, थिंकटैंक, इंडस्ट्रीज, स्टार्टअप्स और नवीन आविष्कारक एक साथ मिलकर काम कर सकें और हमारे रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकें।
हमारे देश में न ही talents की कमी है, न ही talents की demand की कमी है। पर किसी common platform के अभाव में, इन दोनों का ही मिलान नहीं हो पाता था। ‘iDEX’ platform इस कमी को पूरा करने में बहुत हद तक सफल हुआ है: रक्षा मंत्री
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) August 19, 2021
रक्षा मंत्री ने कहा कि डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज का हर संस्करण पिछले अपने संस्करण से कहीं अधिक व्यापक और समस्या बयान में विविधता लिये हुए होता है। हम सबने अभी देखा है कि इस बार इन चुनौतियों की संख्या 35 है, जो अब तक के किसी भी संस्करण से सर्वाधिक है। इन चुनौतियों में स्थितिजन्य जागरूकता, संवर्धित वास्तविकता, कृत्रिम-खुफिया, विमान-प्रशिक्षक, गैर-घातक उपकरण, 5G नेटवर्क, पानी के नीचे डोमेन जागरूकता, ड्रोन SWARMS, डेटा कैप्चरिंग जैसे क्षेत्रों से आधुनिक और भविष्य की समस्या वाले चुनौतियां शामिल हैं।
इसमें Situational awareness, Augmented reality, Artificial-Intelligence, Aircraft-trainer, Non-lethal devices, 5G network, Under water domain Awareness, Drone SWARMS, DATA Capturing जैसे areas से महत्त्वपूर्ण modern और futurastic problem statements शामिल हैं: रक्षा मंत्री
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) August 19, 2021
स्टार्टअप्स से युवा क्षमताओं को मिलता है मंच
स्टार्टअप्स के विषय पर रक्षामंत्री ने कहा कि ये हमारी युवा क्षमताओं को एक मंच प्रदान करते हैं, वहीँ देश में रोजगार की भी सम्भावना बढ़ाते हैं। सरकार यह अनुमान करती है कि रक्षा संबंधी आयातों में अगर 20-25 फीसदी की भी कमी आती है, तो उसके बदले हमारे यहाँ एक से सवा लाख तक अत्यधिक कुशल रोजगार उत्पन्न होंगे।
Start-ups जहाँ हमारी युवा क्षमताओं को एक platform देते हैं, वहीँ देश में रोजगार की भी सम्भावना बढ़ाते हैं। सरकार यह अनुमान करती है, कि रक्षा संबंधी आयातों में अगर 20-25 फ़ीसदी की भी कमी आती है तो उसके बदले हमारे यहाँ एक से सवा लाख तक highly skilled jobs पैदा होंगे: रक्षा मंत्री
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) August 19, 2021
क्या है iDEX?
जानकारी के लिए बता दें कि iDEX की पहल अप्रैल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य रक्षा एवं एयरोस्पेस से संबंधित समस्याओं का हल निकालने, प्रौद्योगिकी विकसित करने और नवाचार के लिये स्टार्टअप को बढ़ावा देना है। यह DIO द्वारा वित्तपोषित तथा प्रबंधित किया जाता है और यह DIO की कार्यकारी शाखा के रूप में कार्य करता है। रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह ने हाल ही में अगले पाँच वर्षों के लिये रक्षा नवाचार संगठन के तहत रक्षा उत्कृष्टता के लिये नवाचार को बढ़ावा देने और चुनौतियों से निबटने हेतु 498.8 करोड़ रुपए के बजट को मंजूरी दी थी।
पूरा कार्यक्रम यहां देखें