भारतीय हॉकी टीम की जीत पर PM मोदी ने कुछ इस अंदाज में दी फोन कर बधाई अधिक जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें...
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है। भारत ने जर्मनी को 5-4 से हराकर कांस्य पदक हासिल किया। इस ऐतिहासिक जीत के बाद देशभर में जश्न का माहौल है। सभी खुश हैं और बधाई दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारतीय टीम को इस ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई दी है।
प्रधानमंत्री ने भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह, कोच ग्राहम रीड और सहायक कोच पीयूष दुबे से फोन पर बात की और उन्हें जीत के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कप्तान मनप्रीत सिंह से कहा कि आपको बहुत-बहुत बधाई। आपने बहुत गजब का काम किया है। पूरा देश नाच रहा है। इस पर मनप्रीत ने टीम का उत्साह बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया। मनप्रीत ने कहा कि आपकी हमारे साथ बहुत दुआएं थीं। आपका जो मोटिवेशन था, वह हमारी टीम के काफी काम आया।
Thank you for your wishes, Prime Minister Shri @narendramodi Ji. 🙏
Your words truly inspired us.#HaiTayyar #IndiaKaGame #Tokyo2020 #TeamIndia #TokyoTogether #StrongerTogether #HockeyInvites #WeAreTeamIndia #Hockey @PMOIndia pic.twitter.com/xpGRgGeIUE
— Hockey India (@TheHockeyIndia) August 5, 2021
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि सबको मेरी तरफ से बधाई दीजिएगा। हम सब 15 अगस्त को मिल रहे हैं। मैंने सबको बुलाया है। इस पर मनप्रीत ने कहा- जरूर सर। इसके बाद प्रधानमंत्री ने कोच ग्राहम रीड और सहायक कोच पीयूष दुबे से भी बात की। प्रधानमंत्री ने सहायक कोच पीयूष दुबे से बात करते हुए कहा कि दुबे जी बहुत-बहुत बधाई। पूरा देश गौरव कर रहा है। इस पर दुबे ने कहा कि आपने जो प्रोत्साहन दिया था, उसी का कमाल है। प्रधानमंत्री ने कोच ग्राहम रीड से भी बात की। इतिहास रचने के लिए उन्हें बधाई दी।
‘भारत को अपनी हॉकी टीम पर गर्व’
इससे पहले ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री ने हॉकी टीम को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐतिहासिक! एक ऐसा दिन जो हर भारतीय की याद में अंकित होगा। कांस्य पदक जीतने के लिए हमारी पुरुष हॉकी टीम को बधाई। इस उपलब्धि के साथ, उन्होंने पूरे देश, खासकर हमारे युवाओं की कल्पना पर कब्जा कर लिया है। भारत को अपनी हॉकी टीम पर गर्व है।
एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रफुल्लित भारत! प्रेरित भारत! गर्वित भारत! टोक्यो में हॉकी टीम की शानदार जीत पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। यह नया भारत है, आत्मविश्वास से भरा भारत है। हॉकी टीम को फिर से ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
प्रफुल्लित भारत! प्रेरित भारत! गर्वित भारत!
टोक्यो में हॉकी टीम की शानदार जीत पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है।
ये नया भारत है, आत्मविश्वास से भरा भारत है।
हॉकी टीम को फिर से ढेरों बधाई और शुभकामनाएं। 🏑 #Tokyo2020
— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2021
वहीं शाम के वक्त पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, “हॉकी के लिए हर भारतीय के दिल और दिमाग में खास जगह है। हर हॉकी प्रेमी और खेल प्रेमी के लिए 5 अगस्त 2021 सबसे यादगार दिनों में से एक रहेगा। ”
Hockey has a special place in the hearts and minds of every Indian.
For every hockey lover and sports enthusiast, 5th August 2021 will remain one of the most memorable days. #Tokyo2020 pic.twitter.com/fbGGR1ZHsT
— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2021
इसके पश्चात प्रधानमंत्री मोदी ने इंडिया की हॉकी टीम के धुरंधरों की तारीफ में क्रमवार ट्वीट की झड़ी लगा दी। उन्होंने बारी-बारी हर उस भारतीय खिलाड़ी की तारीफ में अनमोल शब्द कहे जिनकी चलते भारत को ओलंपिक में विजय हासिल हुई।
Your world-class penalty corner specialist skills have brought home a precious medal and made us all proud, @rupinderbob3.
India believes in you and waits to see more from the guardians of Indian hockey like you. My best wishes. #Tokyo2020
— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2021
ऐसा रहा मुकाबला
इस मुकाबले में जर्मनी ने अच्छी शुरुआत करते हुए मैच के दूसरे मिनट में ही पहला गोल कर 1-0 की बढ़त बना ली थी। पहले क्वार्टर की समाप्ति पर जर्मनी ने 1-0 की बढ़त कायम रखी। दूसरे क्वार्टर में 17वें मिनट में सिमरनजीत सिंह ने गोल कर भारत को 1-1 से बराबरी दिला दी।
24वें मिनट में निकल्स वेलेन ने गोल कर जर्मनी को 2-1 से आगे कर दिया। अगले ही मिनट में बेनेडिक्ट फर्क ने गोल कर जर्मनी को 3-1 से आगे कर दिया। इसके बाद मैच के 27वें मिनट में हार्दिक सिंह और 29वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह ने गोल कर भारत को 3-3 से बराबरी दिला दी।
हाफ टाइम तक दोनों टीमें 3-3 से बराबरी पर रहीं। दूसरे हाफ के पहले और मैच के 31वें मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला और रुपिंदर पाल सिंह ने गोल कर भारत को 4-3 से आगे कर दिया। मैच के 34वें मिनट में सिमरनजीत सिंह ने भारत के लिए पांचवां गोल किया।
चौथे क्वार्टर में जर्मन टीम ने वापसी की पूरी कोशिश की और खेल के 48वें मिनट में लुकास विंडफेडर ने गोल कर स्कोर 4-5 कर दिया। हालांकि इसके बार जर्मनी की टीम ने बराबरी की बहुत कोशिश की, लेकिन भारतीय रक्षकों ने कोई मौका नहीं दिया और अंत में मैच 5-4 से जीतकर भारतीय हॉकी प्रेमियों को जश्न मनाने का मौका दे दिया। जैसे ही मैच में आखिरी हूटर बजा मैदान पर खिलाड़ियों के साथ पूरे देश की आंखें खुशी से नम हो गईं। इससे पहले हॉकी में भारत ने अपना आखिरी पदक 1980 के मॉस्को में जीता था।