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आपको याद होगा साल 2020 में जिस वक्त भारत कोविड-19 महामारी के कारण देशव्यापी लॉकडाउन से जूझ रहा था, उस दौरान भारतीय महिला हॉकी टीम ने एक अनूठी पहल करते हुए आर्थिक रूप से वंचित पृष्ठभूमि के 1,000 से अधिक परिवारों का पेट भरने की चुनौती ली थी और इसके लिए टीम ने 21 दिनों के ऑनलाइन फिटनेस चैलेंज के जरिए 20 लाख रुपए से अधिक राशि जुटाई थी।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने फिर से एक चुनौती ली
टोक्यो ओलंपिक खेलों से पहले, महिला टीम ने फिर से एक चुनौती ली है और इस बार उन्होंने टोक्यो में अपना प्रदर्शन भारत के कोविड योद्धाओं और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को समर्पित करने का संकल्प लिया है।
टीम की कप्तान रानी रामपाल ने दिया यह संदेश
हॉकी इंडिया द्वारा मंगलवार को जारी एक वीडियो संदेश में कप्तान रानी रामपाल ने कहा, ”यह ओलंपिक अतीत में किसी अन्य ओलंपिक की तरह नहीं है। हमारा देश बहुत कुछ कर चुका है, और हमें अपने डॉक्टरों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं पर गर्व है, जिन्होंने जीवन बचाने के लिए निस्वार्थ भाव से काम किया है। जैसा कि हम ओलंपिक खेलों ‘टोक्यो 2020’ में पदक हासिल करने की दिशा में कड़ी मेहनत कर रहे हैं, हम ओलंपिक में हमारी हर जीत इन कोविड योद्धाओं को समर्पित करने की प्रतिज्ञा करते हैं, हम सभी यहां सुरक्षित हैं, तो उन्हीं की वजह से हैं, धन्यवाद,जय हिंद।”
जब हम इस तरह की शपथ लेते हैं…
रानी ने आगे कहा कि इस सर्वसम्मत निर्णय से टोक्यो में पोडियम पर समाप्त होने की टीम की आकांक्षा को और बढ़ावा मिलेगा। आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा, “जब हम इस तरह की शपथ लेते हैं, तो हम पर बहुत अच्छा करने का एक अतिरिक्त दायित्व होता है। भारत के लिए जीतना हमेशा एक लक्ष्य होता है, लेकिन हमारे देशवासियों और महिलाओं के लिए जीतना, जिन्होंने इस महामारी में जीवन बचाने के लिए कई बलिदान दिए हैं, टीम के लिए वास्तव में विशेष होगा।”
Indian Skipper Rani tells us how they drew a lot of inspiration from those who have risked their own lives to save others. She adds that the Team pledge to dedicate their efforts and hopefully the victory to COVID warriors.
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— Hockey India (@TheHockeyIndia) June 15, 2021
रानी ने आगे कहा कि टीम ड्यूटी पर लगे डॉक्टरों, नर्सों और कई अन्य पैरामेडिक्स से प्रेरित महसूस करते हैं, जिन्होंने पिछले साल भारत में पहली बार महामारी फैलने के बाद से बिना ब्रेक के अथक परिश्रम किया है। उन्होंने कहा “हम इन महान लोगों से बहुत प्रेरणा लेते हैं, जिन्होंने दूसरों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी है। हम बलिदान और मानवता की कई ऐसी कहानियां लेकर आए हैं। खिलाड़ियों के रूप में, हम उनके महान प्रयासों के बदले में केवल एक चीज दे सकते हैं। कुछ ऐतिहासिक हासिल करना और उसे उन्हें समर्पित करना और यही हमने करने का फैसला किया है।”
टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए अब कुछ ही दिन शेष
बता दें कि टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए अब 40 दिनों से भी कम का समय शेष है, महिला हॉकी ओलंपिक कोर ग्रुप के सदस्य बेंगलुरु में अपने प्रशिक्षण में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। रानी ने कहा कि वह और उनकी टीम के साथी प्रत्येक प्रशिक्षण सत्र की गणना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हर कोई टीम में जगह बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए उत्साहित है। हम इस सप्ताह चयन ट्रायल से गुजर रहे हैं और टीम के आसपास का माहौल वास्तव में अच्छा है, और मेरे साथी शिविर में प्रत्येक प्रशिक्षण सत्र की गणना कर रहे हैं।”