फैक्ट चेक: टोक्यो ओलंपिक में सूर्य नमस्कार का वीडियो निकला ‘फेक’ पूरी खबर पढ़ने के लिए लिंक पर जाएं
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हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है, जिसमें कई लोग तिरंगे के पैटर्न में सूर्य नमस्कार कर रहे हैं। इस वीडियो को जापान के टोक्यो ओलंपिक का बता कर शेयर किया जा रहा है। स्क्रीनशॉट्स की सहायता से गूगल के रिवर्स इमेज जांच करने पर पाया गया कि कुछ लोगों द्वारा यह वीडियो मंगोलिया की बता कर शेयर की गई है। कुछ संबंधित कीवर्ड्स के साथ पड़ताल करने पर पता चला कि यह वीडियो इंटरनेट पर सर्वप्रथम 2015 में अपलोड की गई थी। इससे यह साफ हो जाता है कि इस वीडियो का जापान के टोक्यो ओलंपिक से कोई संबंध नहीं है।
रिवर्स इमेज सर्च एक गूगल फीचर है, जो उपयोगकर्ताओं को वेब पर शब्दों के बजाय चित्रों का उपयोग कर सर्च करने की अनुमति देता है। हम इस फीचर की सहायता से किसी भी इमेज से संबंधित अन्य चित्रों, वेबसाइटों और ब्लॉगों को खोजने के लिए उस इमेज का उपयोग कर सकते हैं। जब आप इमेज के आधार पर खोज करते हैं, तो आपको खोज परिणामों में आपके द्वारा खोजी गई इमेज के समान इमेजेज और समान इमेज वाले वेब पृष्ठ मिल जाते हैं। इसके माध्यम से पता चल जाता है कि किसी विशेष इमेज का इससे पहले कहां-कहां उपयोग किया गया है।
इस वीडियो का एक विस्तृत संस्करण प्रधानमंत्री और पीएमओ के यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध है। यह वीडियो तब की है जब प्रधानमंत्री मई, 2015 में मंगोलिया के दौरे पर गए थे। चैनल पर इसका टाइटल ‘मंगोलिया में आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित सामुदायिक स्वागत और योग कार्यक्रम में पीएम मोदी’ है। चूंकि मंगोलिया में हुए योग कार्यक्रम के वीडियो को जापान के टोक्यो ओलंपिक का बता कर साझा किया जा रहा है, यह खबर ‘फेक’ है।