दिल्ली से देहरादून का सफर होगा 2 घंटे में पूरा होगा , जानें कैसे
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अगर आप भी उत्तर भारत में रहने वाले लोगों में से हैं, तो आने वाले समय में आपकी यात्रा काफी आसान और तेज होने जा रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार, अगले एक साल से कम समय में दिल्ली से आस पास के क्षेत्रों को तेज रफ्तार हाईवे से जोड़ दिया जायेगा, जिससे बेहद कम समय में लोग एक जगह से दूसरी जगह की यात्रा कर सकेंगे।
सीआईआई की एनुअल मीटिंग में केंद्रीय मंत्री नितिन ने बताया कि आने वाले 6 महीने में दिल्ली से जयपुर महज डेढ़ घंटे में पहुंचा जा सकेगा। वहीं एक साल के भीतर दिल्ली से चंडीगढ़, दिल्ली से हरिद्वार और दिल्ली से देहरादून केवल 2 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। इसकी सहायता से दिल्ली से होकर गुजरने वाले यात्रियों का भी काफी वक्त बचेगा।
अभी कितना समय लगता है?
दरअसल, पिछले 1 साल से दिल्ली-देहरादून एक्स्प्रेस वे पर काम चल रहा है। इसके बनने से दिल्ली और देहरादून के बीच की दूरी 20 किलोमीटर तक कम हो जाएगी और जो सफर हमें 6.5 घंटे में पूरा करना पड़ता है वो महज 2 घंटे में पूरा हो जायेगा। इस एक्सप्रेसवे पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चलाने की इजाजत होगी। ये एक्सप्रेसवे 10 एलिवेटेड सड़क वाला होगा।
कैसे होगा 6 घंटे का सफर दो घंटे में पूरा?
दरअसल, इसी साल फरवरी में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर की घोषणा थी। करीब 210 किलोमीटर लंबाई के इस 6 लेन कॉरिडोर की कुल लागत 12,300 करोड़ है। दिल्ली-देहरादून इकॉनोमिक कॉरिडोर में हरिद्वार के लिए भी नई कनेक्टिविटी की घोषणा भी की गई थी। इसमें बसेरा, मानकपुर, खाताफेरी, रुड़की, मेहबरकलां से होकर गुजरने वाले इस मार्ग में हरिद्वार के लिए नई कनेक्टिविटी का प्रावधान किया गया। इसमें सहारनपुर बाईपास से 6-लेन का नया मार्ग बनाया जाएगा। इससे दिल्ली से हरिद्वार की दूरी 6 घंटे से घटकर 2 घंटे रह जाएगी।
दूसरों से अलग होगा यह राजमार्ग
बता दें, यह देश का पहला राजमार्ग होगा, जिसमें वन्य जीवों के संरक्षण के लिए 12 किलोमीटर एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। इसका निर्माण ईपीसी मोड के तहत किया जाएगा। इसके साथ दिल्ली-देहरादून इकॉनोमिक कॉरिडोर में वाहनों की न्यूनतम स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी। सड़क की दोनों ओर हर 25-30 किमी पर यात्रियों के लिए जन सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
केंद्रीय मंत्री की मानें, तो इस कॉरिडोर के बन जाने से दिल्ली और उत्तराखंड के आर्थिक विकास को नए पंख लगेंगे। दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर से देहरादून के बीच बनाए जा रहे इस इकॉनोमिक कॉरिडोर को कुल 4 खंडों में तैयार किया जाएगा।
3 महीने में आएगी GPS को लेकर ड्राफ्ट पॉलिसी
देश में अभी जीपीएस के माध्यम से टोल लिए जाने वाली टेक्नोलॉजी नहीं है। लेकिन सरकार जल्द ही ऐसी टेक्नोलॉजी डेवलप करने वाली है। नितिन गडकरी ने सीआईआई की मीटिंग में बताया कि सरकार लगभग 3 महीने में इसके लिए ड्राफ्ट पालिसी लेकर आने वाली है। सरकार के अनुसार, इस कदम से भी लोगों का कीमती वक्त बचेगा क्योंकि उन्हें टोल देने के लिये रुकना नहीं पड़ेगा।
बता दें, देश में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर मिशन मोड में काम चल रहा है। कोरोना काल के दौरान हम एक दिन में 38 किलोमीटर सड़क बनाने का विश्व रिकॉर्ड हासिल कर चुके हैं। और अब हमारा अगला टारगेट हाईवे निर्माण में 100 किलोमीटर प्रतिदिन की गति पाना है।