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दिल्ली में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए जहां ऑक्सीजन एक्सप्रेस कंटेनरों में भर ऑक्सीजन पहुंचा रही हैं, वहीं राजधानी के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट भी लगाए जा रहे हैं। दिल्ली के अस्पतालों में कोविड स्थिति और ऑक्सीजन प्लांट का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सफदरजंग अस्पताल पहुंचे और वहां कोरोना की तैयारियों का जायजा लिया। इसके साथ ही सफदरजंग अस्पताल में डीआरडीओ की मदद से स्थापित पीएसए प्लांट(ऑक्सीजन बनाने वाला संयंत्र) की भी जानकारी ली।
दरअसल, एम्स और आरएमएल के बाद यह तीसरा प्लांट है। बाकी 2 और पीएसए प्लांट जल्द ही शुरू किए जाएंगे। एक महीने के अंदर सफदरजंग में इससे दोगुनी क्षमता वाला 2 मीट्रिक टन का एक और प्लांट स्थापित हो रहा है।
टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने पर जोर
इस मौके पर डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि देश में कोरोना के मामले में कमी आई है। साथ ही टेस्टिंग की संख्या भी 20 लाख प्रतिदिन तक पहुंच गई है, जो कि विश्व भर में अबतक का सबसे बड़ी संख्या है। आने वाले दिनों में टेस्ट की संख्या को 25 लाख तक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले साल स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो 162 पीएसए प्लांट की मंजूरी दी थी, उसमें से 104 प्लांट साइट पर डिलीवरी हो चुके हैं। उसमें से 86 प्लांट को शुरू कर दिया गया है।
ऑक्सीजन के लिए 1,051 प्लांट देश भर में शुरू
इसके अलावा 1,051 प्लांट पर देश के विभिन्न हिस्सों में काम शुरू हो चुका है। 1,27,00 सिलेंडर उपलब्ध कराने के लिए प्रक्रिया शुरू की है। उसमें से 30,000 के करीब सिलेंडर 31 मई तक राज्यों के पास पहुंच जाएंगे। उन्होंने बताया कि सीएसआईआर लेबोरेटरी की सहायता से एक अस्थाई अस्पताल शुरू हो रहा है जिसमें 46 बेड होंगे। इसमें 32 बेड आईसीयू के और 14 बेड सामान्य होंगे।