दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार के निधन से सदमे में बॉलीवुड, नम आंखों से दे रहे 'ट्रेजडी किंग' को श्रंद्धाजलि अधिक जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें...
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दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार अब हमारे बीच नहीं रहे। इस खबर से हर कोई सदमे में है। 98 वर्ष की उम्र में दिलीप कुमार ने बुधवार को मुंबई में अंतिम सांस ली। दिलीप कुमार यानि युसुफ खान के फिल्म प्रेमियों के लिए शायद ही किसी परिचय के मोहताज हों। बालीवुड के बादशाह रहे दिलीप कुमार अपने संवेदनशील अभिनय और संवाद आदायगी के लिए हमेशा सीने प्रेमियों के दिलों पर राज करते रहेंगे।
सपनों के शहर मुंबई से कुछ इस तरह हुआ था तआरुफ
उस दौर में जब फिल्म इंडस्ट्री में शो मैन राजकपूर से जुबली स्टार राजेन्द्र कुमार तक एक से बढ़कर एक नायक थे, दिलीप कुमार ने 70 एमएम के रुपहले पर्दे पर अपने लिए स्टारडम की एक अलग ही ट्रेजिक पटकथा लिखी थी। पेशावर तब के पाकिस्तान में जन्में दिलीप साहब का सपनों के शहर मुंबई से तआरुफ उनके अब्बा जान की वजह से हुआ जो यहां नौकरी करते थे।
1944 में आई थी उनकी पहली फिल्म
उनकी पहली फिल्म ज्वारभाटा थी, जो 1944 में आई। 1949 में बनी फिल्म अंदाज की सफलता ने उन्हें खासी प्रसिद्धि दिलाई। इस फिल्म में उन्होंने राज कपूर के साथ काम किया। मेला, शहीद, अंदाज, आन, देवदास, नया दौर, मधुमति, यहूदी, पैगाम, मुगल-ए-आजम, गंगा-जमुना, लीडर तथा राम और श्याम जैसी फिल्मों के नायक दिलीप कुमार स्वतंत्र भारत के पहले दो दशकों में लाखों युवा दर्शकों के दिलों की धड़कन बन गए थे।
‘रंगहीन’ और ‘रंगीन’ सिनेमा के पर्दे पर ‘ट्रेजिडी किंग’ ने निभाए कई किरदार
इस अभिनेता ने रंगहीन और रंगीन सिनेमा के पर्दे पर अपने आपको कई रूपों में प्रस्तुत किया। वे ‘ट्रेजिडी किंग’ भी कहलाए और यह भी सिद्ध किया कि हास्य भूमिकाओं में वे किसी से कम नहीं हैं और वे एक ऑलराउंडर भी हैं। फिल्मी सितारों में दिलीप साहब ने जो काम किया और नाम कमाया वो अद्भुत है। डायलॉग डिलीवरी से लेकर अदाकारी तक में उनके सामने कोई नहीं टिकता था। दृष्य चाहे रोमांटिक हो या फिर हास्य का, दोनों ही जगह इनका सिक्का खनकता था।
25 वर्ष की उम्र में बन गए थे नंबर वन अभिनेता
25 वर्ष की उम्र में अभिनेता दिलीप कुमार नंबर वन अभिनेता के रूप में स्थापित हो गए थे। शिघ्र ही राजकपूर और देव आनंद के आगमन से दिलीप-राज-देव की प्रसिद्ध त्रिमूर्ति का निर्माण हुआ। दिलीप कुमार प्रतिष्ठित फिल्म निर्माण संस्था बॉम्बे टॉकीज की उपज हैं, जहां देविका रानी ने उन्हें काम और नाम दिया। यहीं वे युसूफ खान से दिलीप कुमार बने। नौशाद, महबूब, बिमल रॉय और के आसिफ ने दिलीप के साथ कई क्लासिकल फिल्मे देश को दी। 44 साल की उम्र में अभिनेत्री सायरा बानो से विवाह करने तक दिलीप कुमार वे सब फिल्में कर चुके थे, जिनके लिए उन्हें आज याद किया जाता है।
मिले कई पुरस्कार
दिलीप साहब को 1991 में पद्मभूषण की उपाधि से नावाजा गया और 1995 में फिल्म का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान दादा साहब फाल्के अवार्ड भी प्रदान किया गया। वहीं पाकिस्तान सरकार ने उन्हें 1997 में निशान-ए-इम्तियाज से नवाजा, जो पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। 1953 में फिल्म फेयर पुरस्कारों के श्री-गणेश के साथ दिलीप कुमार को फिल्म दाग के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया था।
हिंदी सिनेमा के स्वर्ण काल में दी सबसे अधिक फिल्में
अपने जीवनकाल में दिलीप कुमार को कुल आठ बार फिल्म फेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला और यह एक कृतिमान है। अंतिम बार उन्हें 1989 में फिल्म शक्ति के लिए यह पुरस्कार दिया गया था, जबकि फिल्म फेयर ने ही 1993 में राज कपूर की स्मृति में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया। हिंदी सिनेमा में सबसे सफल और चर्चित कलाकार का नाम तलाशेंगे तो शायद एक ही नाम उभरकर सामने आए, और वो है दिलीप कुमार। हिंदी सिनेमा के स्वर्ण काल में दिलीप कुमार ने हिंदी सिनेमा को सबसे अधिक सफल फिल्में दी, भले ही बाद में कई सूपर स्टार बने हो या महानायक बने हो, लेकिन सच तो यह है कि दिलीप कुमार की ऊंचाइयों को छूना हर किसी का सपना रहा है। इंडस्ट्री में आने वाला हर कलाकार उन्हें अपने आदर्श के रूप में देखता है।
उनके जाने से फिल्मी दुनिया के स्वर्णिम युग का हो गया अंत
फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर
भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार ने अपनी जिंदगी में जो मुकाम बनाया, वो अच्छे-अच्छे लोगों के लिए एक ख्वाब है। आज की पीढ़ी के बहुत से लोग चाहे दिलीप कुमार की फिल्मों के महान योगदान और उनकी कई बड़ी उपलब्धियों को न जानते हों पर दिलीप कुमार सफलता के जिस शिखर पर पहुंचे, वहां आज तक कोई और नहीं पहुंच सका है। आज उनके जाने से फिल्मी दुनिया के स्वर्णिम युग का अंत हो गया है। उनके निधन से पूरी इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। हर कोई नम आंखों से सोशल मीडिया के जरिये दिलीप कुमार को श्रद्धांजलि दे रहा है।
कई अभिनेताओं ने दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार को याद करते हुए किए ट्वीट
अमिताभ बच्चन ने दिलीप कुमार को याद करते हुए ट्वीट किया- एक संस्था चली गई। भारतीय सिनेमा का इतिहास जब भी लिखा जाएगा, वह हमेशा ‘दिलीप कुमार से पहले और दिलीप कुमार के बाद’ लिखा जाएगा। उनकी आत्मा की शांति के लिए मेरी दुआएं और परिवार को इस नुकसान को सहन करने की शक्ति।’
फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने दिलीप कुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- ‘बाकी दुनिया के लिए कई हीरोज हो सकते हैं। हम एक्टर्स के लिए दिलीप कुमार ही हीरो थे। दिलीप कुमार सर अपने साथ भारतीय सिनेमा का एक युग ले गए हैं। मेरी दुआएं परिवार के साथ हैं। ओम शांति।’
अजय देवगन ने लिखा, ‘लीजेंड के साथ कई यादगार लम्हे बिताए थे। कुछ बहुत निजी थे तो कुछ स्टेज पर। उनके निधन की खबर के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं था। अपने आप में एक संस्थान, एक एवरग्रीन एक्टर। दिल टूट गया है। मेरी संवेदनाएं सायरा जी के साथ है।’
अभिनेता सुनील शेट्ठी ने ट्वीट कर लिखा-‘आज एक युग का अंत हो गया है, क्योंकि हमने भारतीय सिनेमा के सबसे चमकीले सितारे को खो दिया है। आप हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे दिलीप साहब। दिवंगत की आत्मा को शांति !’
अभिनेता शाहिद कपूर ने ट्विटर पर दिलीप कुमार की तस्वीर साझा करते हुए लिखा-‘हम सब कुछ नहीं बल्कि दिलीप साहब के संस्करण हैं। हर अभिनेता ने हैरत से आपका अध्ययन किया है। आश्चर्य है कि आपने यह सब कैसे किया। आप पर्फेक्ट के उतने ही करीब थे जितना उन्हें मिल सकता है। करोड़ों की दुआएं आपके साथ हैं। आप हमेशा जिंदा रहेंगे सर। आप कालातीत हैं। दिवंगत की आत्मा को शांति।’
अभिनेता रितेश देशमुख ने लिखा-‘आज कैमरे का सामना करने वाला हर अभिनेता दिलीप साहब को उनके शिक्षक होने के लिए धन्यवाद देगा। वास्तव में एक संस्था थे। आज पूरी तरह से दिल टूट रहा है। दिलीप साहब- आप राजाओं के बीच हमेशा राजा रहेंगे। सभी समय का सबसे महान। आप हर पीढ़ी के हीरो थे। सायरा जी, पूरे परिवार, प्रियजनों और दुनिया भर में लाखों प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। भगवान आपकी आत्मा को शांति दे।’
फिल्ममेकर फरहा खान ने लिखा-‘दिलीप कुमार से जब मेरी पहली मुलाकात हुई तब मैं सिर्फ 4 साल की थी दिलीप साहब एक वेडिंग रिसेप्शन में पहुंचे। उन्माद था। उन्हें देखने की लिए महिलाओं की भीड़ उमड़ गई थी। दुल्हनों का मंच टूटा!! ऐसा था जादू! उन्हें ट्रेजेडी किंग के रूप में जाना जाता था, लेकिन मैं हमेशा उनकी कॉमेडी टाइमिंग की फैन थी।। उनके जैसा कोई नंबर 1 नहीं होगा। उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना।’
अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी ने लिखा-‘एक किंवदंती… एक आइकन! ट्रेजडी किंग कहे जाने से लेकर हर पीढ़ी के कलाकारों के लिए खुद एक संस्था बनने तक, आपके जैसा कोई नहीं होगा, दिलीप साहब आपकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी। सायरा जी और परिवार को प्रार्थना और प्यार आपकी आत्मा को शांति मिले दिलीप कुमार साब।’
इन सभी के अलावा फरहान अख्तर, स्मृति ईरानी, सनी देओल, वरुण धवन समेत मनोरंजन जगह की तमाम हस्तियां सोशल मीडिया के जरिये दिलीप कुमार को श्रद्धांजलि दे रही हैं।