टोक्यो ओलंपिक: मैरी कॉम के पंच के आगे कैसे टिकेंगे दूसरे बॉक्सर ?
टोक्यो ओलंपिक खेलों की शुरुआत होने में सिर्फ 2 दिन बाकी हैं। खेलों के इस महाकुंभ में पूरा भारत अपने खिलाड़ियों के लिए चीयर फॉर इंडिया कर रहा है। सोशल मीडिया से लेकर पूरे देश से भारतीय दल को जोरदार समर्थन मिल रहा है। टोक्यो में भारत का झंडा बुलंद करने के लिए सभी खिलाड़ी पहुंच चुके हैं और प्रैक्टिस में जमकर पसीना बहा रहे हैं। इन्हीं खिलाड़ियों में से एक हैं विश्व चैंपियन एम सी मैरी कॉम। मैरी कॉम लाइट फ्लाइवेट एमैच्योर बॉक्सर हैं और वो भारत की पहली ऐसी महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप का खिताब छह बार जीता है। वो दुनिया की एकमात्र ऐसी मुक्केबाज हैं, जिन्होंने इसी प्रतियोगिता में आठ मेडल जीते हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि छह बार की वर्ल्ड चैम्पियन मैरी कॉम इस बार के ओलंपिक में पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह के साथ भारत की ध्वजावाहक होंगी। मैरी कॉम ने मार्च 2020 में एशिया/ओशिनिया क्वालिफायर के सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही टोक्यो ओलंपिक क्वालीफाई किया था। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में 51 किग्रा वर्ग में इटली की जिओर्डाना सोरेंटिनो को विभाजित फैसले के साथ हराया था।
डिंग्को सिंह से मिली बॉक्सिंग की प्रेरणा
शुरुआत में एथलेटिक्स में रुचि रखने वाली मैरी कॉम ने मणिपुर के दिग्गज मुक्केबाज डिंग्को सिंह से प्रेरणा लेकर इस खेल में कदम रखा। वर्ष 2012 में लंदन ओलंपिक में पहली बार एमेच्योर महिला मुक्केबाज़ी को शामिल किया गया था।
छह वर्ल्ड चैंपियनशिप हैं मैरी कॉम की झोली में
मैरी कॉम ने वर्ष 2002, 2005, 2006, 2008, 2010, 2018 में वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब जीता था। वर्ष 2001 में इसी प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल तो वर्ष 2019 में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। मैरी भारत की एकमात्र महिला बॉक्सर हैं, जिन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था और ब्रॉन्ज मेडल भी जीता था। यह उनका दूसरा समर ओलंपिक होगा।
ऐसे जीता था मेडल
2012 लंदन ओलंपिक में मैरी कॉम का पहला मुकाबला पोलैंड की कारोलिना मिखालचुक के खिलाफ था। इस मैच में मैरी कॉम ने अपने शानदार फुटवर्क का इस्तेमाल करते हुए पोलिश मुक्केबाज को 19-14 से हराकर क्वार्टर-फाइनल में प्रवेश किया। इसके बाद भारतीय मुक्केबाज का सामना ट्यूनीशिया की मरौआ रहली से हुआ था। शुरुआत में परेशानी के बाद भी उन्होंने अपने शानदार हुक से उन्हें मात दी जिसके बाद वह सेमीफाइनल में पहुंच गईं। इस स्पर्धा के सेमीफाइनल मुकाबले में एमसी मैरी कॉम को ब्रिटेन की निकोला एडम्स ने 11-6 से हराया। इसके बाद कांस्य पदक वाले मैच में 51 किग्रा वर्ग में मैरीकॉम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता.
मैरी कॉम की उपलब्धियां
1) विश्व चैंपियनशिप
स्वर्ण पदक – पिनवेट, 2002 अंताल्या
स्वर्ण पदक – पिनवेट, 2005 पोडॉल्स्क
स्वर्ण पदक – पिनवेट, 2006 नई दिल्ली
स्वर्ण पदक – पिनवेट, 2008 निंगबो सिटी
स्वर्ण पदक – लाइट फ्लाईवेट, 2010 ब्रिजटाउन
स्वर्ण पदक – लाइट फ्लाईवेट, 2018 नई दिल्ली
रजत पदक – लाइट फ्लाईवेट, 2001 स्क्रैंटन
कांस्य पदक – फ्लाईवेट, 2019 उलान-उडे
2) एशियन गेम्स
स्वर्ण पदक – फ्लाईवेट, 2014 इंचियोन
कांस्य पदक – फ्लाईवेट, 2010 गुआंगजो
3) एशियाई चैंपियनशिप
स्वर्ण पदक – पिनवेट, 2003 हिसार
स्वर्ण पदक – पिनवेट, 2005 काऊशुंग
स्वर्ण पदक – पिनवेट, 2010 अस्ताना
स्वर्ण पदक – फ्लाईवेट, 2012 उलानबटार
स्वर्ण पदक – लाइट फ्लाईवेट, हो ची मिन्ह सिटी
रजत पदक – पिनवेट, 2008 गुवाहाटी
रजत पदक – फ्लाईवेट, 2021 दुबई
4) राष्ट्रमंडल खेल
स्वर्ण पदक – लाइट फ्लाईवेट, 2018 गोल्ड कोस्ट
5) एशियन इंडोर गेम्स
स्वर्ण पदक – पिनवेट, 2009 हनोई
मैरी कॉम को 25 अप्रैल 2016 को उस समय भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति ने उन्हें राज्य सभा का सदस्य बनाया था। मैरी कॉम को वर्ष 2003 में अर्जुन पुरस्कार और वर्ष 2006 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। इसके बाद वर्ष 2009 में उन्हें भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।
टोक्यो ओलंपिक में इन नवरत्नों पर रहेगी नजर
टोक्यो ओलंपिक में भारत के पांच पुरुष और चार महिला मुक्केबाज 24 जुलाई से सूमो कुश्ती स्थल रियोगोकु कोकुजिकान में अपना दमखम दिखाएंगे। भारत की तरफ से मैरी कॉम ( 51 किलोग्राम भारवर्ग), लवलीना बोरगेहन (69 किलोग्राम भारवर्ग), पूजा रानी (75 किलोग्राम भारवर्ग), सिमरनजीत कौर (60 किलोग्राम भारवर्ग) महिला वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी।
वहीं पुरुष वर्ग में विकास कृष्ण (69 किलोग्राम भारवर्ग), आशीष कुमार (75 किलोग्राम भारवर्ग), सतीश कुमार (91 किलोग्राम भारवर्ग), अमित पंघाल (52 किलोग्राम भारवर्ग) , मनीष कौशिक (63 किलोग्राम भारवर्ग) में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे।
पीएम मोदी ने किया था संवाद
बीते सप्ताह खिलाड़ियों से संवाद के दौरान पीएम मोदी ने बॉक्सिंग में देश का सबसे चर्चित नाम मैरी कॉम से बात की थी। इस दौरान पीएम ने उनसे कहा, ‘आप एक ऐसी एथलीट हैं, जिनसे सारा देश प्रेरित होता है। इस टीम में भी कई खिलाड़ी आपको देखते होंगे। आपने लगभग हर इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में विजय प्राप्त की है, आपने कहीं कहा था कि ओलंपिक गोल्ड मेरा सपना है, यह सिर्फ आपका सपना ही नहीं बल्कि पूरे देश की चाहत है। मेरी शुभकामनाएं आपके और आपके परिवार के साथ हैं।’
The remarkable @MangteC is a household name across India. I asked her about how she inspires other athletes. She also spoke about what her children have to say about her busy schedule. #Cheer4India pic.twitter.com/I6HfKh3VjK
— Narendra Modi (@narendramodi) July 13, 2021