भारत के पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस की जयंती आज, जानिए उनकी जीवन यात्रा के विषय में
भारत के पूर्व रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का आज जन्मदिन है। वे भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ,श्रमिक संगठन के नेता और पत्रकार रहे हैं। जॉर्ज फर्नांडिस कुल 9 बार सांसद रहे और विभिन्न मंत्रालयों में मंत्री भी रहे। रेलवे कर्मचारियों के लिए किए गए आंदोलन के बाद, पूरे देश में उन्हें अधिक पहचान मिली। वे बहुभाषी थे और 6 से भी अधिक भाषाएं बोल लेते थे। उन्होंने समता मंच की स्थापना की थी। जॉर्ज फर्नांडिस को मरणोपरांत पदम् विभूषण से सम्मानित किया गया है।
कर्नाटक में जन्मे जॉर्ज, 19 साल की उम्र में आए मुम्बई
कर्नाटक के मंगलुरु में 3 जून 1930 जॉर्ज फर्नांडिस का जन्म हुआ। उनकी आरंभिक शिक्षा मंगलुरु में ही हुई। 16 वर्ष की अवस्था में, वे मिशनरी स्कूल में शिक्षा लेने के लिए गए। उस स्कूल में उनका मन नहीं लगा। तीन साल बाद काम की तलाश में वे मुंबई आ गए। तब उनकी उम्र 19 साल की थी। इस दौरान उन्हें एक समाचार पत्र में प्रूफरीडर की नौकरी मिली। वर्ष 1950 में वे राम मनोहर लोहिया के संपर्क में आए और इस तरह उनके मन में समाजवादी विचारों का सूत्रपात हुआ।
मजदूर आंदोलनों में लिया भाग
प्रसिद्ध समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया के संपर्क में आने के बाद से ही उनमें वैचारिक स्पष्टता आई। उन्होंने विचार को कार्य में परिवर्तित करने का निश्चय किया। इसके बाद, वे सोशलिस्ट ट्रेड यूनियन के आन्दोलन में सम्मिलित हुए। इस आन्दोलन में उन्होंने मजदूरों, कम पैसे में कम्पनियों में काम करने वाले कर्मचारियों तथा होटलों में काम करने वाले मजदूरों के लिए आवाज उठाई। इसके बाद से जॉर्ज फर्नांडिस श्रमिकों की आवाज बन गए।
दक्षिण मुंबई से जीता पहला चुनाव
निरंतर आंदोलनों में सक्रिय रहने वाले जॉर्ज फर्नांडिस को वर्ष 1967 में पहली बार लोकसभा का टिकट मिला। संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के बैनर तले उन्होंने दक्षिणी मुंबई से चुनाव लड़ा। वे 48 फीसदी से अधिक मतों से जीते। जॉर्ज फर्नांडिस ने 1973 में रेलवे कर्मियों के हक के लिए बहुत बड़े आंदोलन की शुरुआत की। इस आंदोलन को रेल कर्मचारियों का समर्थन भी मिला। आपातकाल के दौरान भी वे बेहद सक्रिय रहे। 1967 से लेकर 2004 तक जॉर्ज फर्नांडिस कुल 9 बार लोकसभा के सांसद रहे। उन्होंने समता की मंच की भी स्थापना की थी। विभिन्न सरकारों के कार्यकाल में उन्होंने, संचार,रेल और रक्षा मंत्री का पद संभाला। कारगिल युद्ध और पोखरण परमाणु परीक्षण के दौरान जॉर्ज फर्नांडिस ही भारत के रक्षा मंत्री थे।
वे 2009 – 10 में राज्यसभा के भी सांसद रहे।
बहुभाषी थे जॉर्ज फर्नांडिस
रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस कई तरह की भाषाएं बोलना और लिखना जानते थे। वे हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, मराठी, कन्नड़, उर्दू, मलयाली और कोंकणी भाषा के जानकार थे। मजदूर आंदोलन से राजनीति में प्रवेश करने वाले जॉर्ज फर्नांडिस ने भारत के महत्वपूर्ण मंत्री पदों को सुशोभित किया। उनका निधन 29 जनवरी 2019 को दिल्ली में हुआ। वर्ष 2020 में भारत सरकार ने उन्हें पदम् विभूषण से सम्मानित किया।