अफगानिस्तान से 120 भारतीयों को लेकर जामनगर पहुंचा वायुसेना का विमान अधिक जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें...
पूरे अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो चुका है। अफगानिस्तान के हालात लगातार बनते और बिगड़ते जा रहे हैं। बीते दिन काबुल एयरपोर्ट पर दिनभर अफरा-तफरी का माहौल रहा। लोग किसी भी तरह देश से बाहर निकलने की कोशिश में लगे हुए हैं। अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश अपने नागरिकों और राजनयिक कर्मचारियों को निकालने के लिए विशेष अभियान छेड़े हुए है। इस बीच अमेरिका ने अपने सभी राजनयिकों को काबुल हवाई अड्डे पर पहुंचा दिया है। जहां से उन्हें छोटे-छोटे समूहों में अमेरिका के लिए रवाना किया जा रहा है।
उधर, अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पूरी दुनिया की नजर वहां के हालात पर टिकी है। भारत समेत अन्य देश भी अपने-अपने नागरिकों को बाहर निकालने की कोशिश में हैं। भारत ने बीते दिनों भी कुछ लोगों को बाहर निकाला था और आज भी यह मिशन जारी रहेगा। काबुल में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए वायुसेना का कार्गो विमान सोमवार को काबुल भेजा गया था, जो मंगलवार सुबह गुजरात के जामनगर एयरबेस पर 120 यात्रियों को लेकर वापस आ गया है।
भारत समेत अन्य देश अपने-अपने नागरिकों को बाहर निकालने की कोशिशों में जुटे
अफगानिस्तान में तालिबानी राज स्थापित होने के बाद लोग अपना मुल्क छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं। बड़ी संख्या में काबुल एयरपोर्ट पर लोगों को हुजूम है जो देश छोड़ना चाहता है। दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बीती रात अपने राष्ट्र के सन्देश में अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना वापस बुलाने के फैसले को सही ठहराया है। भारत भी अपने नागरिकों को बाहर निकालने की लगातार कोशिश कर रहा है। काबुल में फंसे भारतीयों को रविवार को अफगानिस्तान के इंडियन कम्पाउंड में शिफ्ट कर दिया गया था लेकिन उसी रात तालिबान ने काबुल शहर में कर्फ्यू लगा दिया। तालिबान का काबुल पर कब्जा होने के बाद लूटपाट और भगदड़ की घटनाओं को देखते हुए नाइट कर्फ्यू लगाने के बाद सड़कों पर हर तरह की आवाजाही बंद कर दी गई।
भारत के करीब 500 से अधिक लोग फंसे, 300-400 आईटीबीपी के जवान भी
अफगानिस्तान में फंसे लोगों को निकालने से लेकर पूरे हालात पर भारत रणनीति तैयार कर रहा है। भारत ने अफगानिस्तान में मौजूद हिन्दू और सिखों को लेकर चिंता जताई है। भारत ने रविवार को भी अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया का एक विशेष विमान ए-320 एआई-224 काबुल भेजा था। यह फ्लाइट देर रात को काबुल से 129 यात्रियों को लेकर दिल्ली पहुंची थी। काबुल में भारत के करीब 500 से अधिक लोग फंसे हुए हैं जिसमें करीब 300-400 आईटीबीपी के जवान भी हैं। इन सभी को सुरक्षित वापस लाने के लिए भारतीय वायुसेना ने सोमवार को कार्गो विमान सी-17 ग्लोबमास्टर काबुल भेजा था। अफगानिस्तान में इंडियन मिशन काबुल एयरपोर्ट से लगभग 20-25 मिनट की दूरी पर है। भारत का विमान सुबह काबुल एयरपोर्ट पर लैंड कर गया लेकिन कर्फ्यू की वजह से भारतीयों को इंडियन मिशन से काबुल एयरपोर्ट तक लाने में दिक्कत हुई।
बाकी लोगों को आज लाने की कोशिश रहेगी जारी
रात भर इन्तजार के बाद भारतीय वायुसेना का कार्गो विमान सी-17 मंगलवार सुबह काबुल से रवाना हुआ। भारत का यह एयरक्राफ्ट अमेरिकी सैनिकों द्वारा एयरपोर्ट पर मुहैया कराई गई सुरक्षा के बीच से निकाला गया है। काबुल एयरपोर्ट को सुबह ही अमेरिकी एजेंसियों ने दोबारा खुलवाया है। इस विमान में करीब 120 लोगों को वापस लाया गया है जिसमें भारतीय राजदूत आर. टंडन समेत अन्य स्टाफ भी है। इनके अलावा वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को भी जल्द से जल्द भारत वापस लाने की कोशिश की जा रही है। सोमवार को करीब 46 लोग वापस आ पाए हैं जबकि बाकी लोगों को आज लाने की कोशिश जारी रहेगी। भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी इस मसले को उठाया गया है और दुनिया को अफगानिस्तान पर गौर करने को कहा है।
पिछले कुछ दिनों में काबुल में सुरक्षा की स्थिति काफी बिगड़ी
वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, पिछले कुछ दिनों में काबुल में सुरक्षा की स्थिति काफी खराब हो गई है। इस समय भी यह तेजी से बदल रही है। भारत सरकार अफगानिस्तान में सभी घटनाक्रमों की बारीकी से निगरानी कर रही है। अफगानिस्तान में अभी भी कुछ भारतीय नागरिक हैं जो वापस आना चाहते हैं और हम उनके संपर्क में हैं।
अफगान सिख और हिंदू समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ लगातार संपर्क में विदेश मंत्रालय
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हम अफगान सिख और हिंदू समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। हम उन लोगों को भारत वापसी की सुविधा प्रदान करेंगे जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं। कई अफगान भी हैं जो हमारे पारस्परिक विकास, शैक्षिक और लोगों से लोगों के प्रयासों को बढ़ावा देने में हमारे भागीदार रहे हैं। हम उनके साथ खड़े हैं।
काबुल हवाई अड्डे से वाणिज्यिक संचालन किया जा चुका निलंबित
बताना चाहेंगे कि काबुल हवाई अड्डे से वाणिज्यिक संचालन को बीते दिन 16 अगस्त से निलंबित कर दिया गया है। इस पर विदेश मंत्रालय का कहना है कि इसने हमारे प्रत्यावर्तन प्रयासों में ठहराव को मजबूर कर दिया है। हम प्रक्रिया को फिर से शुरू करने के लिए उड़ानों के फिर से शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। फिलहाल अफगानिस्तान की स्थिति पर लगातार उच्च स्तर पर नजर रखी जा रही है। सरकार भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और अफगानिस्तान में हमारे हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाएगी।
(इनपुट-हिन्दुस्थान समाचार)